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कच्ची घानी सरसों का तेल या रिफाइंड तेल: कौन सा तेल बेहतर है?
बाज़ार में खाद्य तेलों के अनेकों विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन भारतीय रसोई में सबसे अधिक प्रयोग किये जाने वाले एडिबल ऑयल्स हैं- सरसों का तेल और रिफाइंड आयल। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इनकी तुलना करने जा रहे हैं। इनको बनाने की प्रक्रिया, इनके लाभ और संभावित दुष्प्रभावों और इन तेलों की पोषक सामग्री को भी जानेंगे।
कच्ची घानी सरसों का तेल
सरसों के बीज से बनने वाले तेल को "कच्ची घानी" सरसों का तेल कहते हैं। इसे निकालने के लिए "कोल्ड- प्रेसिंग" की पारंपरिक प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक में बिना किसी गर्मी या रसायन का उपयोग किए सरसों के दानों से तेल निकाला जाता है। इस तेल में खाना पकाने से महत्वपूर्ण फैटी एसिड, विटामिन व अन्य लाभकारी पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। कच्ची घानी सरसों का तेल खाना बनाने के लिए एक बेहतर विकल्प है।
चलिए जानते हैं कच्ची घानी तेल के स्वास्थ्य लाभ
कच्ची घानी तेल खाना पकाने, मालिश और त्वचा की देखभाल के लिए एक बहुउद्देश्यीय तेल है। यह महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
दिल के लिए अच्छा:
कच्ची घानी सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा से भरपूर होता है। ये वसा एलडीएल ("खराब") कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और एचडीएल ("अच्छा") कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में भूमिका निभाते हैं, जो स्वस्थ दिल को बढ़ावा देते हैं।
प्रतिरक्षा को बढ़ावा:
कच्ची घानी के तेल में विटामिन ई की महत्वपूर्ण मात्रा होती है, जो हमारी प्रतिरक्षा को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है।
बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा:
कच्ची घानी तेल न केवल आपके बालों को पोषण और मजबूती देता है, बल्कि यह हीट स्टाइलिंग और पर्यावरणीय क्षति के खिलाफ सुरक्षा कवच के रूप में भी काम करता है। कच्ची घानी तेल की मदद से बालों को मज़बूत, घना, कोमल और सुंदर बनाएं।
दर्द से राहत:
कच्ची घानी तेल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द जैसी बीमारियों के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:
कच्ची घानी के तेल में पाए जाने वाले फैटी एसिड त्वचा को मॉइस्चराइज और पोषण देने में मदद करते हैं। यह त्वचा को धूप और खतरनाक पर्यावरण प्रदूषकों से होने वाले नुकसान से बचाने में फायदेमंद हो सकता है।
रिफाइंड आयल:
देश में रिफाइंड आयल का प्रयोग भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। बाज़ार में सनफ्लावर, राइस ब्रान, ग्राउंड नट और सोयाबीन के रिफाइंड ऑयल्स उपलब्ध हैं। रिफाइंड आयल को बनाने के लिए कई केमिकल्स और उच्च तापमान का प्रयोग किया जाता है। यह स्वाद और गंध रहित होते हैं। इनमें सुगंध लाने के लिए भी अप्राकृतिक केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है। उच्च तापमान पर निकले की वजह से कच्ची घानी सरसों तेल की तुलना में रिफाइंड तेल कम लाभकारी है।
रिफाइंड तेल के कुछ स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं:
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण:
मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा से भरपूर यह तेल एलडीएल ("खराब") कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
दिल की रक्षा करे:
मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा से भरपूर रिफाइंड तेल हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में योगदान कर सकते हैं।
रिफाइंड तेल के कुछ संभावित दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:
वजन बढ़ना:
रिफाइंड तेलों में बहुत अधिक कैलोरी होती है, इसलिए इनका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपका वजन बढ़ सकता है।
हृदय रोग का बढ़ता जोखिम:
जब अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है, तो कुछ रिफाइंड तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
एलर्जी प्रतिक्रियाएँ:
कुछ व्यक्तियों को रिफाइंड तेलों से एलर्जी या संवेदनशीलता हो सकती है। यदि आपको एलर्जी के बारे में पता है, तो खाद्य लेबल को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
पाचन संबंधी समस्याएं:
कुछ मामलों में, अत्यधिक मात्रा में रिफाइंड तेलों का सेवन करने से पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है, जैसे दस्त या पेट खराब होना।
कच्ची घानी सरसों का तेल और रिफाइंड तेल की तुलना:
कच्ची घानी तेल और रिफाइंड तेल दोनों की अपनी विशेषताएं हैं। कच्ची घानी सरसों का तेल न्यूनतम प्रसंस्करण के कारण अधिक प्राकृतिक पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसमें विटामिन E और K, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य में सुधार और प्रतिरक्षा को मजबूत करने जैसे संभावित स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते है।
तो वहीं रिफाइंड तेल एक शोधन प्रक्रिया से गुजरता है जो कुछ प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों सहित अशुद्धियों को दूर करता है। कच्ची घानी सरसों के तेल की तुलना में रिफाइंड तेलों में मोनोअनसैचुरेटेड वसा का स्तर कम होता है, जो उन्हें कच्ची घानी तेल की तुलना में कम स्वस्थ बनाता है।
आइए उनके पोषक तत्वों की तुलना करें:
पोषक तत्व | कच्ची घानी तेल | रिफाइंड तेल |
---|---|---|
मोनोअनसैचुरेटेड फैट | उच्च | निम्न |
विटामिन ई | उच्च | निम्न |
ओमेगा-3 फैटी एसिड | उच्च | निम्न |
हाइड्रोजनीकृत | नहीं | हाँ/td> |
हाइड्रोजनीकृत | नहीं | हाँ |
पॉलीअनसैचुरेटेड फैट | उच्च | निम्न |
आप देख सकते हैं कि कच्ची घानी सरसों का तेल रिफाइंड तेल की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक विकल्प है।
निष्कर्ष:
खाना पकाने के लिए सबसे अच्छा तेल चुनना है तो कच्ची घानी का तेल आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प है। यह अधिक पौष्टिक, स्वास्थ्यवर्धक है और इसमें ट्रांस फैट नहीं होता है। इसलिए, यदि आप स्वस्थ खाना पकाने के तेल की तलाश कर रहे हैं, तो कच्ची घानी का तेल सबसे अच्छा विकल्प है।
बैल कोल्हू कच्ची घानी सरसों का तेल:
कच्ची घानी सेगमेंट में सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय नामों में से एक बैल कोल्हू कच्ची घानी सरसों का तेल। वर्षों से प्राकृतिक गुणों से भरपूर कच्ची घानी तेल आपकी रसोई तक पहुंचा कर आपको सेहतमंद बना रहा है। जिसकी खुशबू से आपकी यादों का कोना-कोना महकता है। आज के समय में बैल कोल्हू देश के लाखों घरों में स्वाद, सेहत, शुद्धता और खुशबू की पहचान है और करोड़ों देशवासियों की पहली पसंद बन गया है।